शास्त्रीय संगीत का एक सामंत-साधक
डॉ गुंजन कुमार झा सामंत शब्द सुनते ही एक अवधारणा मन विकसित हो जाती है. शोषण करने वाला. किसानों का खून चूसने वाला. औरतों को ग़ुलाम बनाए रखने वाला आदि. किन्तु सामंती व्यवस्था में भी कुछ सामंत ऐसे हुए जो कलाकार का ह्रदय रखते थे. वे बेशक सामंत थे किन्तु […]