आधुनिक भावबोध
डॉ गुंजन कुमार झा आधुनिकता वस्तुतः परंपरा एवं पुराने रस्मो-रिवाज, पुरानी रूढियों के विरोध का नाम है। आधुनिकता और समकालीनता को लेकर कई सामान्यतः भ्रम की स्थिति बनती है। किंतु दोनों में स्पष्ट अंतर है। समकालीनता का संबंध वर्त्तमान से है, यानी यह काल से संबंधित है वहीं आधुनिकता का […]
कुँवर नारायण : संगीत की दृष्टि से
डॉ गुंजन कुमार झा संगीत की दृष्टि से कुँवर नारायण -डॉ गुंजन कुमार झा कविता यदि भाषा में आदमी होने की तमीज है तो संगीत आदमी में इंसान होने का प्रमाण है। कुँवर नारयण इस हिसाब से प्रामाणिक इंसान कवि हैं। हिन्दी का कवि यथार्थ और विचारधारा के नाम पर […]